राज – सोनिया अग्रवाल

शुरू से ही अनीस का राधा को इतनी परवाह करना, राधा के बिना बताए राधा की सारी इच्छा अनिच्छा का अनीस को पता होना। राधा को बहुत अजीब लगता था। राधा अपने नाम के समान राधा जी से पूरी उलट थी। राधा जी जैसी सीधी सरल नहीं बहुत तेज मिजाज वाली लड़की थी।  वो किसी पर भी आंख मूंद कर भरोसा नही करती थी।  

     अनीस देखने में बहुत सुंदर और अच्छे घर का जान पड़ता था। कॉलेज में और लड़कियां भी अनीस को पसंद करती थी। मगर सब यह बात अच्छे से जानते थे की अनीस राधा को दिलोजान से प्यार करता है। 

   राधा इन दिनों देख रही थी की उसकी बहुत खास सहेली रूबी आजकल जब भी उस से मिलती तो सिर्फ अनीस की ही बात करती। राधा के माना करने के बाद भी वो घूम फिर कर वो ही टॉपिक ले बैठती। 

राधा ने अपने जन्मदिन पर अपनी खास सहेलियों के साथ मित्रों रेस्टोरेंट में पार्टी रखी थी। यह बात उसकी सहेलियों के अलावा किसी को भी न पता थी। मगर वहां भी अनीस गुलदस्ता और तोहफा लिए वहां पहुंच गया। आज राधा का पारा फट गया और उसने अनीस को खूब भला बुरा सुनाया।

 अनीस भी सन्न्न रह गया राधा के मुंह से इतने अपशब्द सुन। आज उसने भी बोला की जब तुम्हारे मन में कुछ नही तो मुझे यहां आने का निमंत्रण क्यों दिया। राधा को तो कुछ समझ नहीं आया। जब अनीस ने राधा के भेजे मैसेज राधा को दिखाए तो राधा के पैरों तले जमीन निकल गई।

 क्योंकि इन मैसेज में न सिर्फ प्यार का इकरार था, बल्कि साथ जीने मरने तक की कसमें थी। राधा के जन्मदिन की खुशियां बर्बाद हो गई थी। घर आने पर भी उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था की उसके फोन से यह सब मैसेज किसने करे है और राधा को पता भी कैसे न चला।

शुरू में तो उसे रूबी पर शक हुआ मगर रूबी तो उसका फोन छूती भी नही थी। ऐसा आखिर कौन कर सकता है, यह सोच सोच कर उसका सर फटने लगा ।वहां तो उसने अनीस को सब सच बता कर पूरी तरह से अपने मन की बात खोल कर उसके सामने रख दी थी। मगर उसने अनीस से मदद मांगी की उस बहरूपिए को सामने लाने की। 

   अब जब भी अनीस को कोई मैसेज आएगा तो अनीस अगले ही पल वो राधा के दिए दूसरे नंबर पर  कॉल करेगा। और आज शाम ऐसा ही हुआ। प्लानिंग के मुताबिक जैसे ही अनीस का कॉल आया तो राधा ने अपना फोन ढूंढा जो उसे उसकी चाची की बेटी आन्या के पास मिला।

जोकि राधा का फोन अक्सर किसी न किसी बहाने से उस से लेकर इस्तेमाल करती थी। राधा को तो चक्कर आने लगा की जिस बहन को उसने कभी अपनी चचेरी बहन न समझ सगी बहन जैसा समझा, उसने  उसके साथ इतना छल किया आखिर क्यों।

बहुत पूछने और घर में सबको बताने की धमकीं देने पर आन्या ने जो बताया वो सुनकर राधा तो पूरी तरह हिल गई , आन्या ने यह सब राधा को बदनाम करने के लिए किया। राधा को मिलने वाले खिताबों और तारीफों से आन्या अंदर ही अंदर राधा से इतना जलती थी की कुछ भी करके राधा को सबकी नजरों में गिराने के लिए उसने पढ़ाई के बहाने से फोन लेकर अनीस को मैसेज करती , फिर पलट कर मैसेज न करने को कह , सारे मैसेजेस डिलीट कर देती।

    आज आन्या का सच जान राधा को अहसास हुआ कि कैसे उसने आन्या पर आंख मूंद भरोसा कर अपनी ही आस्तीन में सांप पाल रखा था। आन्या से रिश्ता तोड़ भी नही सकती थी और रखना भी अब नामुमकिन सा लग रहा था। कैसे जरा से अच्छा बन ने के लिए उसने राधा की जरा सी भी परवाह नहीं की। अब राधा का वो हाल था की आन्या न उगलते बनती थी और न ही निगलते।

सोनिया अग्रवाल #आस्तीन का साँप

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