उपेक्षा का हर्जाना ..!! – अंजना ठाकुर  : Short Moral Stories in Hindi

Short Moral Stories in Hindi : रितु अपनी शादी से खुश नही थी  उसने एक सपनों के राजकुमार के सपने सजाए थे जो दिखने मै राजकुमार हो और पैसों की भी उस पर कोई कमी नही हो और सजाती क्यों न ,खुद ने  बचपन से अपनी हर इच्छा को पूरी होते देखा है

अमीर माता पिता की लड़की रितु और उसका  बड़ा भाई थे घर मैं करोड़ों का कारोबार किसी बात की कमी नही बचपन से सुनती थी हम अपनी बेटी की शादी राजकुमार से करेंगे

सब ख्वाहिश पूरी होने से रितु जिद्दी भी हो गई थी ना सुनना उसने सीखा नही था इस लाड प्यार से पलते हुए शादी की उम्र हो गई और धीरे धीरे पापा को व्यापार मै नुकसान होता चला गया जिसका सदमा वो सहन नही कर पाए भाई धीरे धीरे सम्हाल रहा था अपना घर बेचकर छोटे घर मैं आ गए रितु की भाभी बहुत सहनशील और समझदार थी उन्होंने उस स्थिति मैं भी सबको सम्हाल लिया रितु की उम्र बढ़ रही थी दहेज देने के लिए कुछ बचा नही था तो बात कही जम नही रही थी पिताजी के समय मैनेजर था किशन वो रितु को पसंद करता था पर अपनी हसियत देख चुप रह गया

आज किशन ने भाई अमित को दुखी देख कारण पूछा तो अमित ने बहन की शादी की चिंता को बताया

किशन ने डरते डरते अमित को दिल की बात बताई और कहा वो ऋतु को हमेशा खुश रखेगा घर मैं एक बहन और माता पिता है अमित ने मां से बात करी मां भी तुरंत राजी हो गई लेकिन रितु खुश नही थी लेकिन मां और भाभी के जिद्द करने और मजबूरी समझ उसने शादी की हां कर दी

किशन और उसके घर वाले रितु का बहुत ध्यान रखते की बड़े घर की बेटी है कोई तकलीफ न हो पर रितु को उनके ना किशन के प्यार की कद्र थी न वो उनसे ढंग से बात करती बल्कि बात बात में

उन्हे गरीबी का ताना मारती रहती

किशन भी प्यार जताने की कोशिश करता तो उसे दूर कर देती अपने ही घर मैं किशन उपेक्षित महसूस कर रहा उसने रितु को समझाने की कोशिश करी की अब हम पति पत्नी है हमे एक दूसरे का साथ निभाना चाहिए

पर रितु ने कहा मेरी शादी मजबूरी मैं हुई है मैं तुम्हारे संग खुश नही हूं जितनी अपेक्षा रखी थी किशन ने प्यार की उतना ही खुद को उपेक्षित पाया  घरवाले भी ताने सुनकर दुखी हो गए थे

हारकर किशन ने रितु को मायके छोड़ दिया यहां पर अब सब उस से गुस्सा थे की इतने अच्छे लोगों की कद्र नहीं करी घर मैं अब कोई उस से अच्छे से बात नही कर रहा था अब रीतू को समझ आया किकैसा लगता है किसी की उपेक्षा करना खासकर जब वो आपको प्यार करता हो अब उसे किशन और घरवालों की कद्र समझ आई उसे हर्जाना मिल गया था

उसने किशन और घरवालों से माफी मांगी और कहा अब दोबारा ऐसा नहीं करेगी किशन ने प्यार की खातिर माफ कर दिया

अब दोनों खुश थे और परिवार वाले भी धीरे धीरे

दोनों करीब आ गए थे

स्वरचित

अंजना ठाकुर 

#उपेक्षा

Leave a Comment

error: Content is Copyright protected !!