एक बार फिर (भाग 40 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

शेखर प्रिया को नाइट ड्रेस गिफ्ट करता है प्रिया रिवीलिंग ड्रेस देख कर कहती है मैं इसे नहीं पहनूंगी जिससे शेखर नाराज हो जाता है। प्रिया उसका उखड़ा हुआ मूड देखकर ड्रेस पहन लेती है। वह बाहर आ कर चुपके से ब्लैंकेट ओढ़ कर लेट जाती है शेखर फोन पर किसी से बात कर रहा होता है अब आगे –

कहो डार्लिंग! आज इतने दिनों बाद कैसे याद किया???

कुछ सेकेंड्स की चुप्पी के बाद

मेरी बाहें और मेरे ओंठ तुम्हारे जिस्म को मिस कर रहे हैं।

वो ठहाका मार कर हंस पड़ा।

……….. हां! शादी हो गई है पर वो तुम्हारी तरह हॉट नहीं है उसमें वो बात नहीं है।

वो साड़ी में लिपटी रहने वाली सूट पहनने वाली लड़की तुम्हारी बराबरी नहीं कर सकती।

शादी कैसे कर ली??? कभी कभी जब दिमाग काम नहीं करता तो इंसान गलत फैसले ले लेता है।

हुंअ, …..रूको  कोई सुन न ले एक सेकेंड वो उठ कर बाहर बालकनी में चला गया।

इधर प्रिया को काटो तो खून नहीं, वो कांप उठी उसकी आंखों से आंसू बहने लगे।

शेखर आपने मुझसे झूठ बोला, जाने कितनी लड़कियों से आपके रिलेशन हैं मैं बेवफाई बर्दाश्त नहीं कर सकती।

वो उठ कर बालकनी में गई और हताश हो कर चेयर पर बैठ गई।

उसने सारी बातें सोची एक रिनी ही नहीं और भी हैं मैं क्या करूं उसने रोते हुए अपना सिर पकड़ लिया।

तभी उसकी नज़र शेखर के फोन पर पड़ी जो टेबल पर रखा था।

सिर घुमाकर देखा तो शेखर नजर नहीं आया शायद अंदर चले गए होंगे।

पर फोन,उसने फोन हाथ में उठा लिया।

वो कौन थी जिसको बाहें और होंठ मिस कर रहे हैं वो सोच कर गुस्से में उबल पड़ी।

उसने फोन वापस टेबल पर रख दिया नहीं मैं चैक नहीं करूंगी।

उफ! ये सब वो भी शादी के दूसरे दिन, शेखर आप मुझे हराना चाहते थे मैं आपकी जिद हूं मुझसे शादी करके आपने अपनी जिद पूरी कर ली।

ओह! ये नहीं हो सकता वो सुबक सुबक कर रोने लगी।

कुछ देर तक रोने के बाद उसने अपने आंसू गालों से साफ किए और तैश में उठ कर खड़ी हो गई, आपको जवाब देना ही होगा आप ऐसा नहीं कर सकते।

उसने दोबारा फोन हाथ में ले लिया।

वो पीठ फेर कर खड़ी थी।

शेखर ने पीछे से आकर उसे अपनी बाहों में जकड़ लिया

धीरे से उसके कान के पास आकर फुसफुसाया मेरी जान मेरी जासूसी कर रही हो???

मुझे कोई शौक नहीं है, उसने तल्ख लहजे में कहा।

अच्छाआआआ,  तो फिर तुम्हें किस चीज का शौक है पति से दूर रहने का।

उसने अपनी पकड़ में उसे कस दिया उसकी पकड़ इतनी मजबूत थी कि प्रिया कसमसा उठी।

छोड़िए शेखर! उसने गुस्से से कहा

क्यों??? शेखर ने उसके कंधे पर अपनख गाल रगड़ते हुए  मदहोशी में कहा।

मतलब आज तरसाओगी???

आप अपनी जिद पूरी करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं , शादी की हद तक भी।

शेखर ने उसे पलट कर अपनी तरफ खींच कर अपने सीने में भींच लिया।

हां, ठीक समझा तुमने वो होंठ टेढ़ा कर मुस्कराया।

मिसेज बाधवा! इतना गुस्सा?????

वो कौन थी???

कौन??? शेखर ने अनजान बनते हुए उसकी आंखों में झांका।

वही जिसके होंठ और जिस्म को बहुत मिस किया जा रहा है वो जिसमें अलग बात है वो जो बहुत मार्डन है जिसके आगे सूट और साड़ी पहनने वाले बेकार हैं….. वो कुछ और बोलती इससे पहले शेखर ने उसके होंठों पर होंठ रख दिए।

उसने अपने आप को शेखर की पकड़ से छुड़ाया और अंदर जाकर लेट गई।

शेखर तेजी से उसके ‌पीछे आया उसका ब्लैंकेट खींच कर फेंका और उसकी बगल में लेटकर उसे गौर से देखने लगा।

सो सैक्सी, इसमें तो तुम बहुत हॉट लग रही हो मुस्कराते हुए “आखिर तुमने इसे पहन ही लिया।”

प्रिया ने मुंह फेर लिया।

अब तुम चुपके से मेरे पीछे आकर ब्लैंकेट में छिप‌ कर लेट जाओगी तो मुझे किसी और से बात करनी ही पड़ेगी।

जो पूछना है मेरी आंखों में देख कर पूछो उधर मुंह करके क्यों लेट गई हो???

उसने जबरदस्ती उसे अपनी तरफ घुमाते हुए उसकी गर्दन पर किस किया।

प्रिया चुपचाप आंखें बंद कर लेटी हुई थी।

लगता है जबरदस्ती करनी पड़ेगी??? शेखर ने सेडेक्टिव वॉयस में कहा।

कैसी बीवी हो??? कितना गुस्सा करती हो?? तुम्हारा पति तड़प रहा है और तुम…..

अरे,मजाक कर रहा था मेरा फ़ोन देख सकती हो???

आखिर तुम्हारा पति हूं तो सब कुछ तुम्हारे साथ……. वो उसकी आंखों को चूमते हुए उस पर झुका।

मैं तुमसे कितना प्यार करता हूं तुम समझ नहीं सकती “सिली गर्ल”

अब आ भी जाओ।

ऐसा भी कोई करता है??? आप ऐसा करेंगे तो मैं मर जाऊंगी उसका गला भर आया।

मरना बाद में,पहले रोमांस कर लो।

शेखर उसे बेतहाशा चूमते हुए बोला।

हुंह मतलबी इंसान,

मतलबी ही सही, जो भी हूं तुम्हारा हूं शेखर ने हंस कर उसके बिखरे हुए बालों में मुंह छिपाते हुए कहा।

आप तो हैं ही‌ एक नंबर के चालबाज

वो शेखर की बाहों में सिमटते हुए बोली।

शेखर आप मुझे प्यार तो करते हैं न, तो और क्या कर रहा हूं??? उसने अपना चेहरा उसके सामने करते हुए उसकी नाक पर किस किया।

हटिए, यही है आपका प्यार प्रिया ने नजरें झुकाते हुए कहा।

सच में, वो जोर से हंसा।

फिर दादी की पड़पोते वाली इच्छा कौन पूरी करेगा??

तुम्हें मां बनने से कोई ऐतराज तो नहीं है। प्रिया ने शरमा कर आंखें बंद कर ली।

तुम मुझे चाहो तो मना कर सकती हो, ना कहोगी????

प्रिया ने इंकार में सिर हिला दिया।

कुछ समय बाद शेखर ने पूर्ण रूप से सन्तुष्ट हो कर प्रिया को चूमा और मुस्कुराते हुए आंखें बंद कर ली।

“थैंक्यू मिसेज बाधवा” मेरी लाइफ में आने के लिए

प्रिया ने आगे बढ़ कर उसके होंठ चूम लिए, उसने हौले से आंखें खोली ओह! मेरी संगत में रह कर समझदार हो गई हो।

सुबह जल्दी उठ कर प्रिया शेखर को देख रही थी उसे देखकर प्यार से उसके गाल पर किस किया वो उनींदी आंखों से उसे देखते हुए मुस्कुरा दिया।

आ जाओ उसने बाहें फैला दी।

“नहीं जनाब” नहाने जा रही हूं।

इस तरह सोना मिस्टर बाधवा को सूट करता है।

तैयार हो कर वह तुरंत नीचे चली आई उसे देख कर दादी मुस्कराते हुए बोली,

नालायक सो रहा होगा अभी????

वो आ रहे हैं दादी उसने स्टेयर्स की तरफ देखा।

देखा तो शेखर मस्त अंदाज में चलते हुए आ रहा था।

नजरें प्रिया पर टिकी हुई थीं।

नाश्ते के बाद मॉम ने कहा शेखर प्रिया को आज दी के यहां छोड़ दो।

ठीक है प्रिया???

जी मम्मी जीजा जी लिवाने आ रहे हैं।

सब डिसाइड हो ही गया है तो फिर मुझसे क्यों पूछा जा रहा है??? शेखर ने तल्ख लहजे में कहते हुए प्रिया की ओर देखा।

शेखर उसे इस तरह क्यों घूर रहे हो??? दादी ने  शेखर को देख लिया था।

शेखर !  तुम ऑफिस कितनी देर में आ रहे हो???

” विद इन टेन मिनट्स ” पापा साथ ही चलते हैं।

वो तेजी से ऊपर चल दिया।

पीछे से प्रिया ने आकर उसे आवाज दी, आज मैं जा रही हूं।

मुझे क्यों बता रही हो???

“बिकॉज़ आई एम युअर वाइफ”

तो ये क्यों नहीं बताया कि जीजा जी लेने आ रहे हैं???

दी का फोन आया था मम्मी के पास उन्होंने ही मुझे बताया।

शेखर चुपचाप ब्लेजर पहनने लगा।

मुझे ऐसे बॉय कहेंगे इतना रूठ कर????

तो फिर कैसे कहूं??? वो उसकी तरफ बढ़ा

मैंने ऐसा भी नहीं कहा था?? वो पीछे हटी शेखर ने उसे कस कर पकड़ कर उसके होंठों को चूमा।

“बाय”

“एक मिनट” प्रिया ने अपने पल्लू से उसके होंठ साफ कर दिए।

बाधवा ग्रुप्स के सीईओ लिपिस्टिक भी लगाते हैं ये आज पता चला।

जाइए पापा जी इंतजार कर रहे होंगे।

“तुमसे मिलने आऊंगा” कहते हुए शेखर ने उसका माथा चूम लिया।

शेखर!

क्या???

कुछ नहीं।

क्रमशः

©® रचना कंडवाल

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