वापसी (रिश्तों की) भाग–3 – रचना कंडवाल

Post View 20,454 पिछले भाग में आपने पढ़ा कि बरखा सुनिधि को उसके पापा के बारे में बताना चाहती है। और अपनी मां को रूम से बाहर जाने को कहती है अब आगे– बैठो, सुनिधि को कह कर बरखा हारे हुए जुआरी की तरह बेड पर बैठ गई। सुनिधि काऊच पर बैठी हुई थी। तुम्हारे … Continue reading वापसी (रिश्तों की) भाग–3 – रचना कंडवाल