मुँह पर और, दिल में कुछ और – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

बहन, मैं तो बहुत खुश हूं, रिया के लिए हमें इतना अच्छा घर बार मिल रहा है, लड़के की सरकारी नौकरी है, रहने लायक घर भी है,  बहन शादी शुदा है, ससुर की भी पेंशन आती है, रेशमा कह रही थी कि रेनू यानि की रिया की होने वाली सास भी स्वभाव की अच्छी है, … Read more

समझदारी – पूनम अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

“बेटा , शाम को ऑफिस से आज जल्दी आ जाना । कोई तुम्हें देखने आने वाले हैं ”  पिता की आवाज सुन कर रागिनी के पैर ठिठक गये । वह माँ के पास जा कर बोली ” ऐसी भी क्या जल्दी है माँ ” । माँ ने प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरा और … Read more

काली रात – अर्चना नयन : Moral Stories in Hindi

सच में ये आज कल जो बच्चों का ये me time concept कितना अच्छा है ना, कुछ वक्त सिर्फ अपने लिए, अगर बच्चों ने ज़िद कर के मुझे अकेले नहीं भेजा होता तो मैं ये अहसास ही नहीं कर पाती कि ये खुद के साथ समय बिताना कितना सुकून भरा होता है….       सोचते सोचते गरिमा … Read more

मातृ सुख – खुशी :  Moral Stories in Hindi

नीति एक मस्तमौला लड़की थी उसे कोई जिम्मेदारी नहीं लेनी होती उसकी मां शारदा उसे कई बार कहती ससुराल में जब सास चोटी पकड़ के काम कराएगी तब समझ आएगा।नीति हंसते हुए कहती मै तो ऐसा घर ढूंढेंगी जिथे सास फोटो टंगी हो।शारदा बेशर्म कैसी बाते करती हैं।नीति के पिता मोहन जी एक अकाउंटेंट थे … Read more

वो डरावनी काली रात – संगीता अग्रवाल :

 Moral Stories in Hindi ” कितनी देर कर दी तुमने निकलने मे देखो तो कैसा अंधेरा हो रहा है !” गाडी मे बैठते हुए स्नेहा मयूर से बोली। ” अरे अभी बारह ही तो बजे है आज अमावस की काली रात है अंधेरा तो होगा ही !” मयूर हँसते हुए बोला और गाडी चलाने लगा।  … Read more

काली रात – ऊर्मिल शर्मा : Moral Stories in Hindi

     अमावस्या की काली रात थी रात के 12:00 बज चुके थे, रुचि गेट पर खड़ी अपने पति का इंतजार कर रही थी, साथ में उसकी बेटी जो 11 साल की थी सहमी खड़ी थी और कह रही थी मम्मी पापा नहीं आए ना। मम्मी क्या आज भी पापा दारू पीकर आएंगे? मम्मी आप पापा को … Read more

काली रात – डाॅ संजु झा :  Moral Stories in Hindi

आज भी कभी-कभी सीमा उस काली रात को याद कर सहम -सी जाती है।उस काली रात की परछाई उसे सपने में आज भी डरा जाती है।पल भर के लिए वह काली रात उसके मन-मस्तिष्क को जकड़ लेती है ,मानो उसकी सारी चेतना को अंधकार से ढॅंककर अपने आगोश में कैद कर लेती है। उससे छूटने … Read more

बहू का भी घर है -प्रतिमा श्रीवास्तव :  Moral Stories in Hindi

कितना भला -बुरा कहोगी भाग्यवान। तुम थकती नहीं हो बहू को बोलते – बोलते। यही वजह है कि वो भी आदी हो चुकी है तुम्हारे इस व्यवहार से और नतीजा देखो की अब वो सिर्फ अपना काम करती है।उसका भावात्मक लगाव नहीं रहा है इस परिवार से। तुम को नहीं लगता की वो भी इस … Read more

 किराया दो या घर खाली कर दो – डॉ बीना कुण्डलिया  :  Moral Stories in Hindi

शकुन्तला जी कमर में हाथ रखे हाथों में दवाई का बंडल लिए धीरे धीरे अपने घर की तरफ वापस लौट रहीं थी। साफ जाहिर हो रहा था उनके कमर में पीड़ा और वो अस्पताल से आ रही हैं। घर के कुछ दूरी पर रास्ते में चार महिलाएं उनको देख आपस में धीरे धीरे फुसफुसाने, बड़बड़ाने … Read more

बड़ी बहू भी अब बोलने लगी है – मंजू ओमर :  Moral Stories in Hindi

अरे, कमला कुछ सुना तुमने , क्या हुआ साबित्री बहन।आज विमला की बड़ी बहू ने ऐसा जवाब दिया कि मैं तो सुनकर ही दंग रह गई। पहली बार उसके मुंह से ऐसी आवाज सुनी नहीं तो विमला की बड़ी बहू तो गऊ है गऊ।सीधी साधी ‌सी चुपचाप सारे घर का काम करती है और क्या … Read more

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