उम्मीदों का दिया बुझने मत देना (भाग 4) – मुकेश पटेल

Post View 6,489 4 साल बाद महेश की बेटी का जहां पर नैना का ससुराल था उसी शहर में एक सरकारी अस्पताल में हड्डी के डॉक्टर के रूप में नियुक्ति हो गई थी।  महेश की बेटी सब कुछ भूल चुकी थी बचपन में उसकी बुआ उसके साथ बुरा बर्ताव करती थी वह सोच रही थी … Continue reading उम्मीदों का दिया बुझने मत देना (भाग 4) – मुकेश पटेल