तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -11)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

Post View 966 “दूर रहो मुझसे।मुझे घिन आ रही है तुमसे।कैसी औरत हो तुम! अपने पति को दूसरी औरतें के बिस्तर पर…छी..छी।” वितृष्णा से शेखर अपने सिर को पीटने लगा। “मर्द चार औरतों के साथ भी लेट जाए तो गंदा नहीं होता।वैसे भी तुम्हें तो खुश होना चाहिए कि तुम्हें रोज नया टेस्ट मिल रहा … Continue reading तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -11)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi