तन्हाई – डा.मधु आंधीवाल

Post View 823 सविता जैसे ही बालकनी में सुबह की चाय लेकर बैठी सामने पेड़ पर चिड़ियाँ का जोड़ा बैठा चींची करके एक दूसरे की चोंच पर प्यार कर रहे थे । बहुत देर तक वह अपलक उसे निहारती रही । इन पक्षियों के पवित्र प्यार को ना कोई बनावट ना दिखावट । उसका और … Continue reading तन्हाई – डा.मधु आंधीवाल