“स्वाभिमान  के लिए स्वयं ही पहल करनी पड़ती है।” – अमिता कुचया

Post View 4,943 आज नीना बहुत ही आहत हुई उसके मन को इतनी पीड़ा हुई कि चाहकर भी किसी से कुछ कह नहीं पा रही थी।काम हर घर में होता है, कभी -कभी देर सबेर तो हो ही जाती है। हमेशा इस बात पर ननद रानी सासुमा को भड़का देती और फिर मां जी मुझे … Continue reading “स्वाभिमान  के लिए स्वयं ही पहल करनी पड़ती है।” – अमिता कुचया