सुकून – सीमा पण्ड्या

Post View 5,032 प्रिंसिपल साहब के कक्ष में सांस्कृतिक गतिविधियों को लेकर एक बैठक चल रही थी। बैठक में छात्रसंघ के पदाधिकारी, कुछ लेक्चर्स और प्रोफ़ेसर्स सम्मिलित थे। प्रिंसिपल साहब के पास एक फ़ोन आया उन्होंने कहा – “ ओह नो, बहुत ही दुखद”! सभी जिज्ञासु दृष्टि से देखने लगे वे बोले- “राजमल जी नहीं … Continue reading  सुकून – सीमा पण्ड्या