*शकुनी* -मुकुन्द लाल

Post View 368  जब तिलक अपनी बहन के घर पहुंँचा तो हाल-सामाचार व नास्ता-पानी की औपचारिकता के बाद उसने पूछा कि जीजाजी कहीं दिखलाई नहीं पड़ रहे हैं, तब उनकी बहन ने कहा कि उसके जीजा कुछ आवश्यक काम से बाज़ार गये हुए हैं। उसी समय उसके जीजा का छोटा भाई कोई सामान से भरा … Continue reading *शकुनी* -मुकुन्द लाल