शीशम की लकड़ी – पायल माहेश्वरी

Post View 1,979 आज आलमारी की सफाई करते वक्त रूचि ने गर्म कपड़े निकाले वर्षो पुराने स्वेटर, टोपी, मोज़े, शाल, कोट, मफलर और रजाईया थी। रूचि ने जब सारे कपड़े बाहर निकाले तो उसे एक राहत भरी साँस लेने वाली आवाज आयी, पर आसपास तो कोई नहीं था फिर आवाज कहा से आ रही थी? … Continue reading शीशम की लकड़ी – पायल माहेश्वरी