समधन जी.. सर्वगुण संपन्न खुद बनी है मेरी बेटी !! – मीनू झा  

Post View 13,967 आज सब्जी कैसी बनी थी…मां?? ठीक थी..थोड़ा सा तेल ज्यादा था–पत्रिका पर नजर गड़ाए गड़ाए मालती ने उत्तर दिया। कभी तो अच्छे से तारीफ कर दिया करो मां..उतना भी ज्यादा नहीं था तेल कि उसकी अच्छाइयों को दबा दे…और हां मेरी सारी सहेलियों ने हाथ चाट चाट कर मेरा टिफिन खत्म कर … Continue reading समधन जी.. सर्वगुण संपन्न खुद बनी है मेरी बेटी !! – मीनू झा