निमित्त मात्र – *नम्रता सरन “सोना”*

Post View 384 “नीरु…ये लो गोखरू का कांटा… इसे चार लीटर पानी में डालकर तब तक उबालना जब तक यह पानी एक लीटर बचे….” सुहास ने अपनी पत्नी से कहा। “पता है मुझे… आप कोई पहली बार तो नहीं बनवा रहे हैं ये काढा… अब किसके लिए…? नीरु ने सुहास से पूछा। “अरे यार… हमारे … Continue reading निमित्त मात्र – *नम्रता सरन “सोना”*