खिलखिलाती जिंदगी – भगवती सक्सेना गौड़

Post View 367 आज पार्क में शाम को अपनी सखी मालिनी को देखकर मन प्रसन्न हुआ। सोसाइटी में वो है पांच वर्षों से, पर छह महीने यहां पर और आधे वर्ष छोटे बेटे के घर मे रहती है। मुझे अंदाज़ था आज तो सब सखियों की मस्त महफ़िल जमेगी, कोई कोई शख्स अपने साथ अपने … Continue reading खिलखिलाती जिंदगी – भगवती सक्सेना गौड़