ख्व़ाब – कमलेश राणा

Post View 206 शेखर गुनगुना रहा था,,देखा एक ख्व़ाब तो ये सिलसिले हुए,दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए,,,   वाह!!क्या बात है शेखर,,बड़े खुश नजर आ रहे हो आज तो,,,   हम तो हमेशा ही खुश रहते हैं,,   शेखर और सलोनी में अच्छी दोस्ती थी,,दोनों हाईस्कूल में पढ़ रहे थे,,   हाँ … Continue reading ख्व़ाब – कमलेश राणा