कान्हा – जयसिंह भारद्वाज

Post View 1,645 डॉक्टर्स हैरान थे कि यह कैसा चमत्कार है वर्षों से शहर की सड़कों पर घूम रही एक पगली  को कूड़े के ढेर में एक नवजात शिशु क्या मिला, उसके सूख चले स्तनों से पयधार बह चली है। तेईस वर्षीया मिथिला जब अस्पताल में अपने प्रथम प्रसव के लिए भर्ती हुई थी तब … Continue reading  कान्हा – जयसिंह भारद्वाज