जीवन का सवेरा (भाग – 3) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi

Post View 2,539 रोहित वहाँ से उठकर आरुणि और उनकी सहेलियों के साथ चलते हुए बोला, “सच कह रही थी योगिता, मन बहुत शांत लग रहा है। हृदय शांति सुकून से भर गया है।” उसके चेहरे पर एक गहरे आनंद और शांति की मुस्कान थी, जो उसके मन की स्थिति को प्रकट कर रही थी। … Continue reading जीवन का सवेरा (भाग – 3) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi