इज्ज़त – कल्पना मिश्रा

Post View 2,201 “रमा,जल्दी से कुछ खाने को दे दो,,,देर हो रही है,,एक मरीज़ को दस बजे का समय दिया था,पर देखो दस यहीं बज गए,,,”  डॉक्टर नीरज ने कहा तो रमा भड़क गई। “जब देखो तब देर हो जायेगी, देर हो जायेगी। ऐसा करो,वहीं कमरा ले लो,,मरीजों को आराम हो जायेगा। दुनिया के तमाम … Continue reading इज्ज़त – कल्पना मिश्रा