हमे इंसान हीं रहने दें! -अन्जु सिंगड़ोदिया

Post View 780 हमे इंसान हीं रहने दें! -अन्जु सिंगड़ोदिया अस्पताल से घर आते -आते रात के डेढ़ बज चुके थे। पहले घर का लॉक खोलकर निकिता बाथरूम चली गई ,उसके नहाने के बाद ,वन्दिता नहाकर आई ,तब तक निकिता दो प्यालों में गर्म दूध डालकर डाइनिंग टेबल पर रख रही थी -उसे देखकर बोली … Continue reading हमे इंसान हीं रहने दें! -अन्जु सिंगड़ोदिया