हैप्पी होली जीजी – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

Post View 8,842 सावन में भाई के ना आने से मुंह फुलाकर बैठी थी सुमन।ससुराल में बहू की इज्जत तभी होती है,जब मायके में उसकी पूछ परख हो।कितने चाव से भाई -भाभी के लिए कपड़े खरीदकर लाई थी। सास-ससुर के बगल वाले कमरे की सफाई भी कर रखी थी,उनके ठहरने के लिए।मां के जाने के … Continue reading हैप्पी होली जीजी – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi