“गिरगिट” (बदलते चेहरे) – कविता भड़ाना

Post View 2,704 “बहादुर जरा बाहर बस के ड्राइवर और कंडक्टर भैया को चाय पिला दो” बेटी का 12वा जन्मदिन मनाकर लौटी रीमा ने अपने घर के बावर्ची को आवाज देकर कहा और बस में साथ गए बच्चो को उनके रिटर्न गिफ्ट देकर विदा करने लगी….दो बच्चो को उनके मम्मी पापा अभी लेने नहीं आए … Continue reading “गिरगिट” (बदलते चेहरे) – कविता भड़ाना