डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -41)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

Post View 116 पंद्रह मिनट बाद ही वह किचन में जल्दी – जल्दी आंटा गूंध रही थी। आलू प्रेशर कूकर में उबल रहे थे। एक तरफ उसने  चटनी के लिए बैंगन टमाटर पकने को रख दिए थे। लगभग तीस  मिनट बाद वह कमरे में आलू के परांठे ,टमाटर की चटनी और मग में गर्म काॅफी … Continue reading डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -41)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi