डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -24)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

Post View 151 उसके सांसों की धौंकनी तेज चल रही है। ” सामाजिक विकास के नाम पर कभी न बदलने वाली सोच के खिलाफ़  क्या वह अपने अस्तित्व को बिखरने से बचा पाएगी ? उसे ऐसा लग रहा है। इस सोच के मकड़जाल में फंसकर मानों वह  सबको मदद के लिए पुकार रही है। और … Continue reading डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -24)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi