“बेटी की बद्दुआ ” – कविता भड़ाना
Post View 293,064 एंबुलेंस के सायरन की आवाज जैसे जैसे करीब आती जा रही थी कनिका का हृदय आशंका और वेदना से फटा जा रहा था, घर – परिवार के सभी लोग इक्कठा हो चुके थे और आंखों ही आंखों में शायद सभी एक दूसरे को जवाब भी दे रहे थे,… आज सुबह ही तो … Continue reading “बेटी की बद्दुआ ” – कविता भड़ाना
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