बेटे के लिए अंधा प्यार – के कामेश्वरी
Post View 8,388 प्रतीक माँ के सामने ग़ुस्से से खड़ा था । माँ उसे समझा रही थी कि बेटा ऐसे नहीं कहते वह तुम्हारी बहन है । प्रतीक अपने ग़ुस्से को क़ाबू में करते हुए कहता है कि माँ मुझे समझाने की ज़रूरत नहीं है मुझे मालूम है कि मुझे क्या करना है । बेटे … Continue reading बेटे के लिए अंधा प्यार – के कामेश्वरी
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