बेमेल (भाग 27) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Post View 495 .“अरे पहले तुमलोग शांत हो जाओ! पूरी बात तो बताओ आखिर हुआ क्या है! तभी तो मैं कुछ कहूं या करूं!”- मुखिया ने आडम्बरपूर्ण सहानुभूति दिखाते हुए कहा। भीड़ ने अपने बीच मौजुद हवेली के मुस्टंडों को आगे कर दिया जिन्होने सारी बातों से मुखिया को अवगत कराया और अपनी गलती भी … Continue reading बेमेल (भाग 27) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi