बेमेल (भाग 22) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi
Post View 520 श्यामा ने जौहरी की दुकान पर अपने गहने रख छोड़े थे और उसे गिरवी रखने के एवज में पैसे लेने आयी थी। “काका, कल जो गहने आपके पास रख छोड़े थे। जो मुनासिब लगे उसके पैसे दे दो ताकि वे गांववालों के काम आ सके!” – मंगल जौहरी के दूकान पर खड़ी … Continue reading बेमेल (भाग 22) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi
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