बहुत कर लिया बर्दाश्त  –  ज्योति आहूजा

Post View 6,013 आज सुधा अपनी जिंदगी का वह हिस्सा फिर से याद कर बैठी जिसमें  वह इतनी कमजोर और लाचार थी कि आज भी वह समा उसके जहन में कड़वी याद के रूप में उभर कर सामने अा गया। “बात उन दिनों की है जब सुधा जीवन के उस मोड़ पर थी जब वह … Continue reading बहुत कर लिया बर्दाश्त  –  ज्योति आहूजा