Post View 275 “क्या मेरी बेटी का थोड़ा ख्याल रखियेगा?मुझे घर से कुछ सामान लेकर आना है।” “हाँ, हाँ। जाइये ।मैं ख्याल रखूँगी।” मेरा बेटा बीमार था ।अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।दो बिस्तर वाले कैबिन में जगह मिली थी।दूसरे बिस्तर पर उस अजनबी महिला की बेटी थी। —————- एक साथ रहना था।मैं उससे जान-पहचान बढ़ाने … Continue reading “अपराजिता – पुष्पा पाण्डेय
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