“अनकहे दर्द” – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi

Post View 1,679 “हैलो ….हैलो… हैलो …  हैलो…  माँ… माँ …..माँ ?” “रिंग तो हुआ है और शायद कल भी रिंग हुआ था। किसी ने फोन उठाया भी था पर उधर से कोई आवाज नहीं आई । माँ ही होगी….! लेकिन… माँ रहती तो कुछ तो बोलती…!”    खुशी इधर लगभग महीने भर से अपनी माँ … Continue reading “अनकहे दर्द” – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi