एडजस्टमेंट – गीतांजलि गुप्ता

Post View 406 इस शहर में रमिक की बदली हुए एक साल हो गया। सरकारी बैंक में बड़े पद पर जिम्मेदारी के साथ परिवार को सुविधाएं भी अधिक मिलती हैं। आज छोटी ननद मिलने आ रही थीं यूँ कहो दिसम्बर की छुट्टी बिताने आ रही थीं। सारा दिन उनके लियें व्यवस्था करने में बीत गया। … Continue reading एडजस्टमेंट – गीतांजलि गुप्ता