आक्रोश की दिशा बदल गई – पुष्पा जोशी

Post View 1,450 आज सोचता हूँ, कि पिताजी के प्रति मेरे मन में जो आक्रोश था,उसकी दिशा अगर माँ ने, समय पर न पलटी होती तो क्या मैं आज जिस मुकाम पर हूँ, उस पर पहुँच पाता….?कभी नहीं….हो सकता है, मैं अपराधी बन जाता, जैल की सलाखों के पीछे होता या हो सकता है कहीं … Continue reading  आक्रोश की दिशा बदल गई – पुष्पा जोशी