आईना ! – किरण केशरे 

Post View 841 डाकतराईन ने क्या बोला ? लल्ला !  घर में घुसते ही अम्मा ने घेर लिया था भैरव को ! कुछ नही, लड़की है,, भैरव का उखड़ा हुआ स्वर सुनकर अम्मा बिफर ही पड़ी थी,,,, “कब से आस लगाकर बैठी थी अब दूसरी बार तो बेटा जनेगी करमजली”  पोते की चाह ने अम्मा … Continue reading आईना ! – किरण केशरे