वह दर्दनाक मंजर – कमलेश राणा

Post View 321 जल ही जीवन है पर अति हर चीज़ की बुरी होती है,,, प्रकृति का यह वरदान वर्षा ऋतु में में जब नदियों के तटबंध को तोड़कर आबादी वाले हिस्सों में प्रवेश कर जाता है तब इसका स्वरूप कितना विनाशकारी होता है,, यह तो भुक्तभोगी ही बता सकता है,,  तिनका तिनका जोड़ कर … Continue reading वह दर्दनाक मंजर – कमलेश राणा