उपहार की कीमत नहीं दिल देखा जाता है – पूनम भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

Post View 15,602 शांता बाई आज जल्दी ही काम से घर आ गई थी, उसे आज रोहतास  के साथ बाजार जाना था। रोहतास के आते ही वह अपनी बचत के रुपए साड़ी के पल्लू में बांध बाजार को चल दी। एक बड़ी दुकान को देख रोहतास से बोली,” अजी क्यों न जहां से साड़ी लेई … Continue reading उपहार की कीमत नहीं दिल देखा जाता है – पूनम भारद्वाज : Moral Stories in Hindi