तकलीफ़ – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

Post View 10,706   मेरी आत्मा को तकलीफ देकर तू कभी सुखी न रह सकती है। फोन पर स्पीकर से ताई जी का लगातार कुछ भी बोलना जारी था और आंखों में आंसू लिए मृदुल भाभी कुछ भी नहीं कह पा रही थी। मेरा मन हुआ मैं ताई जी को कुछ भी कहूं परंतु उन्होंने फोन … Continue reading तकलीफ़ – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi