शुभंकरी – दीप्ति सिंह

Post View 565 विवाह के छह वर्ष पश्चात आधुनिक चिकित्सा पद्धति से निराश हो कर मुक्ता और राघव ने अनाथाश्रम से आठ माह की बच्ची गोद ली।  बच्ची के नाक नक्श तो तीखे थे परंतु वर्ण सांवला , स्वास्थ्य में भी दौर्बल्यता थी। आज बच्ची का नामकरण है।  ” मुक्ता! लेना था तो कोई गोरी … Continue reading शुभंकरी – दीप्ति सिंह