समझौता – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Post View 19,135 आज रात भर रेखा को नींद नही आई ये सोच सोच कर कि कल क्या होगा। अभी तक तो वो निश्चित रहती थी कि जो होगा रमेश देख लेंगे और देखते भी थे  यही हक़ीकत है घर से लेकर बाहर तक के सारे काम वो देखते थे। उसे तो सिर्फ़ रसोई और … Continue reading समझौता – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi