सहारा_ – गुरविंदर टूटेजा

Post View 624   रंजना के जाने के बाद अनिकेत जी का मन घर पर बिल्कुल नहीं लग रहा था…बहू का रूखा व्यवहार उन्हें अंदर ही अंदर और तोड़ रहा था फिर एक दिन तो बहू की बातों में आकर बेटे ने भी बहुत गलत जवाब दिया…बस तब उन्होनें सोच लिया कि अब वो यहाँ नहीं … Continue reading सहारा_ – गुरविंदर टूटेजा