रिश्तों के बीच कलह क्यों? – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi
Post View 28,598 ” मंजू…सुबह-सुबह ये क्या महाभारत लगा रखा है?” किचन से शोर सुनकर कृष्णकांत जी ने अपनी बेटी से पूछा। ” कुछ नहीं पापा…मैंने रचना से कहा कि भिंडी की सब्ज़ी सूखी बनाना..पापा जी को रसेदार सब्ज़ी पसंद नहीं है..इसी बात पर मुझसे बहस करने लगी।” मंजू के कहते ही रचना बोली,” इसमें … Continue reading रिश्तों के बीच कलह क्यों? – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi
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