पुरुष – तरन्नुम तन्हा

Post View 581 भाई का फोन आया तो मेरा मन ज़ार-ज़ार रो उठा। हफ्ते भर बाद ही विवाह था, उनकी वाणी बिटिया का। यद्यपि ससुराल पक्ष की ओर से कोई मांग नहीं थी, तथापि भाई की कोरोना काल ही में नौकरी छूट जाने के कारण जैसा सोचा था, वैसा नहीं हो पा रहा था। नई … Continue reading पुरुष – तरन्नुम तन्हा