पराँठे रहने दीजिए …. – रश्मि प्रकाश

Post View 90,815 “ निशिता मेरे कपड़े प्रेस वाले के पास से आ गए हैं क्या….नहीं आए है तो प्लीज़ फोन कर के मँगवा लेना दो दिन बाद एक मीटिंग  केसिलसिले में राँची जाना है ।” रितेश ऑफिस के लिए तैयार होते हुए बोला  “ हाँ मँगवा लूँगी… बता दोगे तो पैकिंग भी कर दूँगी … Continue reading पराँठे रहने दीजिए …. – रश्मि प्रकाश