पैसे का गुरूर – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

Post View 6,628 हमारे मुहल्ले में सप्ताह में दो दिन हाट लगता था।मंगल और शुक्रवार को ।हमलोग अक्सर हाट से एक हफ्ते की सब्जी खरीद लेते थे।उसदिन मंगल वार था और मेरे पति आफिस से खाने के लिए दोपहर में आये तो कहा “लाओ थैला और पैसे, सब्जी ले आता हूँ ।अभी ताजी ताजी सब्जी … Continue reading पैसे का गुरूर – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi