पैसे का गरूर – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 5,009 बो तुमसे नही हमारी दौलत से प्यार करता है उसकी औकात हमारे घर का नौकर बनने की नही और तू उसे मेरा दामाद बनाना चाहती हो? वो एक मामूली सा केशियर जो पूरा दिन लोगों के नोट गिन गिनकर बैंक की तिजोरी में डालता है शाम को पांच सौ रुपये कम हो … Continue reading पैसे का गरूर – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi