निर्मोही – नमिता अनुराग : Moral stories in hindi

Post View 15,070 काम करते-करते मैं बड़बड़ाती जा रही थी, ‘इस लड़के से कुछ कहना ही बेकार है। ज़रा से काम के लिए कितनी बातें सुनाता है। बिलकुल ऐसे बात करता है जैसे मुझसे भी बड़ा हो। सही बात है, इसे बिलकुल मोह नहीं है किसी से।’ छोड़ो, मैं भी किसके पीछे पड़ी हूँ । … Continue reading निर्मोही – नमिता अनुराग : Moral stories in hindi