नमक की मिठास* – सरला मेहता

Post View 682 शेखर जी बेटी के सास ससुर ममता जी व अनुपम जी से हाथ जोड़ते हुए विनती कर रहे हैं, ” जी, अपनी ओर से मैंने बेटी को सारे संस्कार दिए हैं। आज मैं जीवन भर की पूंजी आपको सौप रहा हूँ। बिन माँ की बेटी से कोई गलती हो तो माफ़ कीजिएगा। … Continue reading नमक की मिठास* – सरला मेहता