नारी वस्तु नहीं होती – डोली पाठक : Moral Stories in Hindi

Post View 863 सुलोचना ताई सोच लो बेटी तो चली हीं गई अब कहीं ये दुधमुंही पोती भी !!!!  तुम इसको भी???  आंखों में बेशर्मी और लहजे में हरामीपन लिए गुड्डी का ज्येष्ठ जब सुलोचना ताई से बोला तो सुलोचना ने झट से पोती को सीने से लगा लिया। गुड्डी का ज्येष्ठ होंठों पर कलुषित … Continue reading  नारी वस्तु नहीं होती – डोली पाठक : Moral Stories in Hindi