मुस्कान – डॉ ऋतु अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Post View 22       “दीप्ति! क्या तू मेरे घर आ सकती है? मुझे तुझसे कुछ कानूनी परामर्श लेना है।” पूजा थोड़ा गुस्से में थी।             “क्या हुआ? दीप्ति ने सशंकित भाव से पूछा।             “तू पहले घर आ,तब बताऊँगी।” कहकर पूजा ने फोन रख दिया।              शाम के समय दीप्ति कचहरी से सीधे पूजा के घर  पहुँची। पूजा की … Continue reading मुस्कान – डॉ ऋतु अग्रवाल : Moral Stories in Hindi