मेरी कोठी मेरा अरमान” -रवीद्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi

Post View 8,132 Moral Stories in Hindi : कई बरस पहले मैं एक प्रभावशाली राजनैतिक मित्र के पास बैठा था। उसी समय उनके पास एक पैंतीस साल का एक युवक आया। उसने अपना परिचय दिया कि मैं आप के मित्र सिंगला साहब का बेटा हूँ। मंत्री जी ने उसे यथोचित सम्मान दिया और आने का … Continue reading मेरी कोठी मेरा अरमान” -रवीद्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi